पॉजिटिव शुरुआत के संकेत

मंगलवार सुबह 8:10 बजे तक गिफ्ट निफ्टी वायदा 25,297.50 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था, जो दर्शाता है कि निफ्टी 50 पिछले बंद स्तर 24,971.9 से ऊपर खुलेगा। इससे संकेत मिलता है कि भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत सकारात्मक हो सकती है, विशेषकर जब व्यापक एशियाई बाजारों में मजबूती देखने को मिल रही है।

मध्य पूर्व तनाव में राहत, निवेशकों को उम्मीद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा ईरान और इज़राइल के बीच संघर्षविराम की घोषणा के बाद अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में गिरावट आई है। इसके चलते निवेशकों में राहत की भावना देखी जा रही है और इससे बाजार में स्थिरता लौट सकती है। सोमवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही करीब 0.6% गिरे थे, जिसका कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली और भू-राजनीतिक तनाव रहा। लेकिन संघर्षविराम ने बाजार की दिशा बदलने का संकेत दिया है।

निफ्टी की मासिक मजबूती बरकरार

भले ही हालिया सत्रों में निफ्टी कुछ दबाव में रहा हो, लेकिन जून महीने में अब तक यह करीब 1% ऊपर है। यह लगातार चौथा महीना है जब निफ्टी ने सकारात्मक प्रदर्शन किया है। विश्लेषकों का मानना है कि इसके पीछे घरेलू विकास संभावनाएं और केंद्रीय बैंकों की नरम नीतियां अहम भूमिका निभा रही हैं।

तकनीकी स्तर और रुझान

‘स्टॉक मार्केट टुडे’ की सह-संस्थापक वीएलए अंबाला के अनुसार, “निफ्टी को 24,850 से 24,720 के बीच सपोर्ट मिल सकता है, जबकि 25,080 से 25,210 के बीच रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है।”

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च का कहना है कि इंडेक्स ने हाई वेव कैंडल का निर्माण किया है, जो पिछले सेशन के प्राइस रेंज के भीतर बना है — यह एक समेकन का संकेत है। उनका यह भी कहना है कि “स्टॉक-विशेष गतिविधि आज के सेशन में प्रमुख रही। आने वाले दिनों में इंडेक्स में पॉजिटिव रुझान बना रह सकता है और यह 25,200–25,250 की ओर बढ़ सकता है, जो पिछले पांच हफ्तों के समेकन रेंज की ऊपरी सीमा है।”

निकट भविष्य में और तेजी संभव

बजाज ब्रोकिंग रिसर्च का मानना है कि अगर इंडेक्स 25,250 के ऊपर निर्णायक ब्रेकआउट देता है, तो निफ्टी 25,500 तक भी पहुंच सकता है। साथ ही, उन्होंने 24,500–24,400 के बीच एक अहम सपोर्ट ज़ोन की पहचान की है, जो 50-दिन की ईएमए और हालिया रेंज की निचली सीमा के मेल का क्षेत्र है।

तेजी के संकेत: गिफ्ट निफ्टी 300 अंक ऊपर

गिफ्ट निफ्टी में 300 अंकों से अधिक की तेजी दर्ज की गई है, जिससे मंगलवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर बाजार खुलने की उम्मीद है। निफ्टी ने पिछले पांच में से चार सत्रों में गिरावट दर्ज की है, लेकिन आज का दिन अलग हो सकता है, खासकर ट्रंप द्वारा घोषित संघर्षविराम के बाद।

संघर्ष के शुरू होने के बाद से निफ्टी 11 जून के उच्चतम स्तर 25,222 को पार नहीं कर पाया था। लेकिन अब तेल की कीमतों में गिरावट (WTI $65 और ब्रेंट $70 प्रति बैरल तक) से भारत जैसे तेल आयातक देश को राहत मिल सकती है।

मध्य-स्तरीय कंपनियों पर नजर

व्यापक बाजारों ने हालिया उतार-चढ़ाव के बावजूद बेहतर प्रदर्शन किया है। सोमवार को जब निफ्टी 150 अंक गिरा और 25,000 के नीचे बंद हुआ, तब भी मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों में खरीदारी देखी गई। अब निवेशकों की नजर Dixon Technologies पर भी होगी, क्योंकि सोमवार को कंपनी के प्रमोटर ने अपनी हिस्सेदारी बेची है।

आगे के लक्ष्य स्तर

निफ्टी के लिए अगला अवरोध शुक्रवार के उच्चतम स्तर 25,136 और फिर 12 जून के उच्चतम स्तर 25,196 पर रहेगा। इन स्तरों के पार जाना बाजार में नई तेजी का रास्ता खोल सकता है।

कंपनियों की रणनीति और विश्लेषण

Latent View Analytics के CEO राजन सेतुरमन ने CNBC-TV18 को बताया कि कंपनी वित्त वर्ष 2026 में 18-19% की राजस्व वृद्धि और निर्धारित मार्जिन लक्ष्य पर कायम है। उन्होंने कहा कि “जनरेटिव AI को लेकर ऑर्डर की संख्या के आधार पर हमें FY26 में AI से राजस्व दोगुना होने का भरोसा है।”

उनका यह भी कहना है कि बड़ी कंपनियां जनरेटिव AI में निवेश कर रही हैं और अपने प्लेटफॉर्म्स में इसका एकीकरण कर रही हैं, जिससे सर्विस प्रोवाइडर्स को भी AI एकीकरण का कार्य बढ़ाना होगा।