भारतीय शेयर बाजार में हालिया कारोबारी सत्रों में कुछ बड़े शेयरों में मजबूती के संकेत मिले हैं, जिसने निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। 7 अक्टूबर के आंकड़ों के अनुसार, एनएसई (NSE) के लार्ज-कैप सेगमेंट के आठ प्रमुख शेयरों ने रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) पर एक तेजी का रुझान दिखाया है, जो भविष्य में इन शेयरों की कीमतों में संभावित बढ़ोतरी का संकेत हो सकता है।

तकनीकी चार्ट पर मजबूती के संकेत

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) एक लोकप्रिय तकनीकी संकेतक है जिसका उपयोग किसी शेयर की कीमत में गति और बदलाव को मापने के लिए किया जाता है। जब किसी स्टॉक का RSI मान नीचे से 50 के स्तर को पार कर जाता है, तो इसे एक अपट्रेंड सिग्नल माना जाता है। इसका मतलब है कि स्टॉक में खरीदारी की गति बढ़ रही है और यह तेजी के चरण में प्रवेश कर सकता है। जिन आठ शेयरों ने यह संकेत दिया है, वे हैं:

  • डिवीज लैबोरेटरीज: RSI: 55.7 (पिछला RSI: 40.72)

  • गेल (इंडिया): RSI: 55.59 (पिछला RSI: 49.26)

  • भारती एयरटेल: RSI: 54.62 (पिछला RSI: 47.89)

  • इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC): RSI: 53.64 (पिछला RSI: 48.25)

  • बजाज ऑटो: RSI: 53.37 (पिछला RSI: 48.18)

  • जियो फाइनेंशियल सर्विसेज: RSI: 51.6 (पिछला RSI: 46.99)

  • महिंद्रा एंड महिंद्रा: RSI: 51.49 (पिछला RSI: 49.6)

  • रिलायंस इंडस्ट्रीज: RSI: 50.16 (पिछला RSI: 45.56)

इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) का प्रदर्शन

इस सूची में शामिल इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) के शेयर पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसका RSI 48.25 से बढ़कर 53.64 हो गया, जो इसमें बढ़ती गति को दर्शाता है। पिछले कारोबारी दिन इसका बंद भाव ₹127.08 था। IRFC, जो 1986 में स्थापित हुई एक टर्म-लेंडिंग संस्था है, भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय संसाधन जुटाने का काम करती है।

कंपनी के प्रमुख वित्तीय मैट्रिक्स पर नजर डालें तो इसका बाजार पूंजीकरण ₹162,441.53 करोड़ है। शेयर का पी/ई अनुपात 24.35 और पी/बी अनुपात 3.09 है। पिछले 52 हफ्तों में, शेयर ने ₹108.04 का निचला स्तर और ₹166.90 का उच्चतम स्तर छुआ है।

कंपनी के मजबूत तिमाही नतीजे

IRFC की वित्तीय स्थिति भी काफी मजबूत दिखाई दे रही है। 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी ने शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी की स्टैंडअलोन बिक्री ₹6918.24 करोड़ रही, जो पिछली तिमाही की बिक्री ₹6723.80 करोड़ से 2.89% अधिक है। इसके अलावा, पिछले साल की इसी तिमाही की बिक्री ₹6766.02 करोड़ की तुलना में इसमें 2.25% की वृद्धि दर्ज की गई है।

नवीनतम तिमाही में, कंपनी ने टैक्स चुकाने के बाद ₹1745.69 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है। ये मजबूत वित्तीय परिणाम और तकनीकी संकेत मिलकर IRFC को निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना सकते हैं।