न्यूयॉर्क में चल रहे यूएस ओपन में मिक्स्ड डबल्स के मुकाबले रोमांचक मोड़ ले रहे हैं। एक तरफ जहाँ बड़े खिलाड़ी टूर्नामेंट से हट रहे हैं, वहीं कुछ गैर-वरीयता प्राप्त जोड़ियाँ दिग्गजों को कड़ी टक्कर दे रही हैं।
सिनर का टूर्नामेंट से हटना
दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी यानिक सिनर ने यूएस ओपन मिक्स्ड डबल्स से अपना नाम वापस ले लिया है। वह अपनी जोड़ीदार कतेरीना सिनियाकोवा के साथ इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाले थे। सिनर के खेलने पर संदेह पहले से ही बना हुआ था, क्योंकि सिनसिनाटी ओपन के फाइनल में कार्लोस अल्कारेज के खिलाफ खेलते हुए बीमारी के कारण उन्हें रिटायर होना पड़ा था। फ्लशिंग मीडोज में सिनर और सिनियाकोवा की जगह अब अमेरिकी जोड़ी डेनियल कॉलिन्स और क्रिश्चियन हैरिसन लेंगे।
टूर्नामेंट का रोमांच और बड़े नाम
ग्रैंड स्लैम इवेंट के पहले दो राउंड मंगलवार को खेले जाएँगे, जबकि सेमीफाइनल और फाइनल बुधवार को होंगे। इस साल न्यूयॉर्क में दर्शकों की नज़रें कुछ बड़े मुकाबलों पर टिकी हैं। इनमें शीर्ष वरीयता प्राप्त जैक ड्रेपर/जेसिका पेगुला का सामना कार्लोस अल्कारेज/एम्मा रादुकानु से होगा। वहीं, एक अन्य बहुप्रतीक्षित मैच में ओल्गा डैनिलोविच/नोवाक जोकोविच की जोड़ी मिर्रा एंड्रीवा/डेनिल मेदवेदेव से भिड़ेगी।
इरानी और वावसोरी का बड़ा उलटफेर
टूर्नामेंट में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला जब गैर-वरीयता प्राप्त इतालवी जोड़ी सारा इरानी और एंड्रिया वावसोरी ने दूसरी वरीयता प्राप्त एलेना रयबाकिना और टेलर फ्रिट्ज को कड़ी चुनौती दी। डबल्स के विशेषज्ञों, इरानी और वावसोरी ने दिखाया कि तालमेल और रणनीति का क्या महत्व होता है। उन्होंने बड़ी आसानी से पहला सेट सिर्फ एक ब्रेक के दम पर 4-2 से अपने नाम कर लिया। दूसरे सेट में भी मुकाबला कड़ा रहा। जहाँ एक ओर टेलर फ्रिट्ज़ अपनी दमदार सर्विस के लिए जाने जाते हैं, वहीं दूसरी ओर एंड्रिया वावसोरी ने भी अपनी ताकत का बखूबी प्रदर्शन करते हुए इटालियन जोड़ी की पकड़ बनाए रखी। यह मैच साबित करता है कि मिक्स्ड डबल्स में सिंगल्स के बड़े नाम होना ही काफी नहीं, बल्कि जोड़ीदारों के बीच का तालमेल जीत की कुंजी है।
ओसाका और मोनफिल्स की रोमांचक वापसी
एक और रोमांचक मुकाबले में, नाओमी ओसाका और गेल मोनफिल्स की जोड़ी ने शानदार वापसी की। वे मैकनली और मुसेटी के खिलाफ दो सेट पॉइंट से पीछे चल रहे थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और ब्रेक पॉइंट बचाकर स्कोर 3-3 से बराबर कर लिया। यह मैच दिखाता है कि आखिरी पल तक कुछ भी हो सकता है। आपको बता दें कि इस मिक्स्ड डबल्स प्रतियोगिता में, सेट चार गेम के होते हैं और मैच तीन सेटों का होता है, जिससे मुकाबले और भी तेज़ और अप्रत्याशित हो जाते हैं।